कोरना के बढ़ते प्रकोप के बीच 3 जनवरी से पूरे देश में कोरना टीकाकरण 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए शुरू किया गया है. लेकिन छत्तीसगढ़ के वाड्रफनगर में कोरोना वैक्सीन Due to unconsciousness लगाने के बाद 3 छात्राएं बेहोश हो गई है और उन्हें आनन-फानन में सिविल लाइन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बेहोश हुई तीनों बच्चियां बलरामपुर जिले के पशुपतिपुर हाई स्कूल Due to unconsciousness की बताई जा रही है. जहां वैक्सीन लगने के बाद वे बेहोश हो गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज किया जा रहा है|
वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है.
वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है. वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है. वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है. वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है. वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है. वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है. वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है. वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है. वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है. वहीं इस घटना की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है, जिसके बाद विभाग में हड़कंप है और बच्चियों की बेहोशी के कारण Due to unconsciousness का पता लगाया जा रहा है. अस्पताल में छात्राओं को ऑक्सीजन भी लगाया गया है. परिजनों के मुताबिक वैक्सीन लगने के बाद उन्हें सास लेने में दिक्कतें होने लगी और वे एक-एक कर बेहोश होती गई. हालांकि प्रदेश में अब तक 2 लाख से अधिक बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है और इसका कोई भी साइड इफेक्ट बच्चों में अब तक सामने नहीं आया है.
- सड़क हादसे में पूर्व विधायक की मौत, SUV कार के उड़े परखच्चे
- CG ब्रेकिंग: 6% DA बढाने पर मुख्यमंत्री ने दी सहमति, पढ़िए पूरी खबर
- RAIPUR: तेजस्विनी फाउंडेशन द्वारा खाकी को राखी कार्यक्रम आयोजन शहर के हर थानों में हुआ
- कर्मचारी चयन आयोग ने सब इंस्पेक्टर के 4300 रिक्त पदों पर निकाली भर्ती, 30 अगस्त तक करें आवेदन
- CG: तीन निरीक्षकों का हुआ तबादला, पुलिस महानिदेशक ने जारी किए आदेश